लालू एक खोज: सीतामढ़ी के दंगे को शांत कराने भीड़ के बीच पहुंच गए, पत्थर तोड़ने वाली भगवतिया देवी को MLA बनवाया।।।।
लालू से एक :सीतामढ़ी के दंगे को शांत कराने भीड़ के बीच पहुंच गए, पत्थर तोड़ने वाली भगवतिया देवी को MLA बनवाया
भगवितिया देवी के साथ लालू प्रसाद यादव
लालू प्रसाद से जुड़ी कई कहानियां हैं। ये कहानियां ही उन्हें लालू बनाती हैं। बिंदास लालू। दिलदार लालू। नेताओं-कार्यकर्ताओं के बीच उनकी कहानियां घूमती रहती हैं। वे लंबे समय के बाद पटना आ रहे हैं। राजद के वरिष्ठ नेता और कई आयोजनों में लालू प्रसाद के साथ रहने वाले चित्तरंजन गगन ने भास्कर के साथ लालू प्रसाद की इन कहानियों को शेयर किया। भास्कर उन कहानियों को अपने पाठकों तक ला रहा है-
सांप्रदायिक दंगे को किया था शांत
जब लालू प्रसाद मुख्यमंत्री थे तब सीतामढ़ी में सांप्रदायिक दंगा हुआ। बात 92-93 की है। प्रशासन कंट्रोल नहीं कर पा रहा था। लालू प्रसाद हेलिकॉप्टर से वहां उतरे। उतरते ही हजारों लोगों ने उन्हें घेर लिया। लालू प्रसाद ने खुद से लोगों की क्लास लगाई। पूरे क्षेत्र में घूमे और दंगा को शांत कराया। चित्तरंजन गगन कहते हैं कि महात्मा गांधी के बाद पहले नेता हैं लालू जो दंगा पीड़ित क्षेत्र में खुद उतर कर दंगा नियंत्रित किया।
दलित बस्ती में बच्चों के लिए कपड़ा सिलवाते थे
लालू प्रसाद जब पहली बार मुख्यमंत्री बने। बात 1990-91 की है। वे एका एक किसी दलित बस्ती में पहुंच जाते थे। मुसहरों की बस्ती में लोगों के बाल कटवाते थे। उन्हें टैंकर से पानी मंगवाकर नहलाते थे। कपड़ा सिलवा देते थे सभी का। डीएम से कहकर वहां स्कूल खुलवा देते थे।
गोरौल में बना पहला चरवाहा विद्यालय।
चरवाहा विद्यालय ऐसे किया था शुरू
लालू प्रसाद रास्ते से गुजर रहे थे। एक जगह उन्होंने देखा कि लोग मवेशी चरा रहे हैं। उन्होंने लोगों से पूछा- पढ़ते क्यों नहीं हो, सिर्फ भैंस चराते रहते हो? लोगों ने उत्तर दिया कि मवेशी नहीं चराएंगे तो खाएंगे क्या! इसके बाद ही लालू प्रसाद ने चरवाहा विद्यालय का कॉन्सेप्ट लाया। चरवाहा का काम करते हुए चरवाहा का काम करने वाले छात्र स्कूल में पढ़ाई कर सकें, वे यह चाहते थे। बाद में चरवाहा विद्यालय बंद हो गया। उस समय विदेशी मीडिया भी चरवाहा विद्यालय को देखने आती थी। विदेशी मीडिया ने उसकी काफी तारीफ की थी।
शेखर मांझी को बनवा दिया नेता
लालू प्रसाद हाजीपुर सर्किट हाउस में पहुंचे। डीएम थे उदय प्रताप सिंह। डीएम से लालू प्रसाद ने कहा कि मुसहरों की बस्ती में हम जाएंगे। डीएम को मालूम नहीं था। चित्तरंजन गगन ने बताया कि मैं जानता हूं मुसहरों की टोली कहां है। इसके बाद लालू प्रसाद हरिवंशपुर के लिए चल पड़े। लालू प्रसाद ने मुसहर टोली जाने वाली सड़क को ईंट वाली सड़क बनवाई। कई मुसहरों को वहां नहवाया। शेखर मांझी बाल कटवाने के बाद अच्छा दिखने लगे तो लालू प्रसाद ने डीएम से कहा कि इसका कुर्ता पायजामा सिलवाइए। इ सब को काम काज दीजिए। उसके बाद शेखर मांझी नेता बन गया।
भगवतिया देवी को बनवा दिया MLA
समता देवी, बाराचट्टी गया की विधायक हैं। इनकी मां थी भगवतिया देवी। जाति की मुहसर। लालू प्रसाद रास्ते से गुजर रहे थे तो देखा कि भगवतिया देवी पत्थर तोड़ रही है। लालू प्रसाद ने उन्हें एमएलए (MLA) बनवा दिया। अभी भगवतिया देवी की बेटी समता देवी विधायक हैं।
दलित बस्ती में जाकर बच्चों के बाल कटवाते तत्कालीन CM लालू प्रसाद यादव।
लालू ने यूनिस लोहिया को बनवाया MLC
मोहम्मद यूनिस लोहिया ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उन्हें उच्च सदन में भेजा जाएगा। उन्हें जब लोग घर पर बुलाने गए तो वे भागने लगे। नामांकन भरने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। लेकिन उन्हें लालू प्रसाद ने एमएलसी (MLC) बनवा दिया। यूनिस लोहिया लोहियावादी नेता थे।
समस्तीपुर की रामरती देवी को दिलवाई सरकारी नौकरी
लालू प्रसाद एक कार्यक्रम में समस्तीपुर गए। कार्यक्रम में कलाकार रामरती देवी को मंच पर गाने के लिए बुलाया गया। उन्होंने बहुत अच्छा गाया। उन्हें लालू प्रसाद ने हेलिकॉप्टर से पटना बुलवाकर सूचना जनसंपर्क विभाग में सरकारी नौकरी दिलवाई।
लालू जिसे डांट देते वह खुश हो जाता था
लालू प्रसाद किसी को डांट दें तो वह खुश हो जाता था। राजवंती पांडेय नामक एक ब्राह्मण जाति की महिला बगल में कुर्सी खींच कर बैठने लगी तो लालू प्रसाद ने उन्हें डांट दिया। वह गुस्सा होकर यह कहते हुए जाने लगीं कि हम ब्राह्मण हैं इसलिए डांट दिए। लेकिन लालू प्रसाद ने उन्हें बुलाया मनाया और कुर्सी पर बिठाया। लालू प्रसाद जिसको डांटते हैं उसे प्यार भी खूब करते थे।
लालू प्रसाद यादव भाषण देते हुए।
शिकायत पर हटवा दिया जल कर
लालू प्रसाद ने रास्ते से गुजरते समय एक पोखर के पास रुक गए। मछुआरों ने उन्हें बताया कि उन्हें जल कर देना पड़ता है। इससे काफी परेशानी है। लालू प्रसाद ने सुनने के बाद जल कर से मुक्त कर दिया।
रिक्शा पुलर्स के लिए बनवाया था रैन बसेरा
लालू रात में अक्सर घूमने निकल जाते थे। गांधी मैदान के पास से गुजरे तो देखा कुछ लोग फुटपाथ पर सोए हुए थे। उनसे पूछा यहां क्यों सोए हो? उन्होंने बताया कि वे रिक्शा चलाते हैं। रात में फुटपाथ पर ही सोते हैं। इसके बाद लालू ने साथ में आए प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि रिक्शा पुलर्स के लिए रैन बसेरा बनवाइए। पूरे बिहार में इसके बाद रैन बसेरा बनाया गया। इसके लिए लालू की काफी प्रशंसा भी हुई।
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