रायपुर। पैग़म्बर हज़रत मोहम्मद स.अ.व. के नवासे करबला के शहीद हज़रत इमाम हुसैन के शहादत दिवस “यौमे आशूरा” पर कल 17 जुलाई 2024 को दोपहर 2 बजे हैदरी मस्जिद, मोमिनपारा, रायपुर से अलम, दुलदुल व ताज़िये के साथ मुख्य मातमी जुलूस निकलेगा जो मोहल्ले का गश्त करता हुआ एच.एम.टी. चौक , आज़ाद चौक, आमापारा, विवेकानंद आश्रम, राजकुमार कालेज होता हुआ रात 10 बजे करबला तालाब पहुंचेगा। जहाँ मातमी जुलूस का समापन होगा।
हैदरी मस्जिद ट्रस्ट शीआ अस्ना अशरी मोमिन जमात के मुतवल्ली हैदर अली, मीडिया
प्रभारी ताहिर हैदरी एवं सुख़नवर हुसैन ने जारी एक बयान में बताया है कि 10 मोहर्रम यौमे आशूरा के अवसर पर17 जुलाई को प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी विशाल मुख्य मातमी जुलूस मोमिनपारा से दोपहर 2 बजे निकाला जाएगा। इस जुलूस में बहुत से कलात्मक ताज़ियों के साथ दुलदुल व अलमे मुबारक(हुसैनी ध्वज) शामिल होंगे।
जारी बयान के अनुसार मातमी जुलूस मोहल्ले का गश्त करने के पश्चात हुसैनी चौक,एच.एम.टी. चौक , हांडीपारा, आज़ाद चौक पहुंचेगा । आज़ाद चौक पर हैदरी मस्जिद के पेश इमाम मौलाना असग़र मेहदी साहब द्वारा करबला की घटना और हज़रत इमाम हुसैन के शहादत के मक़सद पर केन्द्रित तक़रीर की जायेगी। आज़ाद चौक पर हुसैनी मातमदार सामूहिक रूप से मातम करके हज़रत इमाम हुसैन व उनके 72 साथियों को अपनी श्रद्धांजली अर्पित करेंगे। इस अवसर पर अंजुमने अकबरिया, हुसैनी ग्रुप, अंजुमने इमामिया के नौहाख्वाँ अपने मख़्सूस अंदाज़ में नौहा व मातम पेश करेंगे।
मातमी जुलूस आमापारा, विवेकानंद आश्रम, राजकुमार कालेज होता हुआ ऐतिहासिक करबला तालाब पहुंचेगा। जहाँ जुलूस का समापन होगा। उसके बाद यहीं पर शामे ग़रीबाँ की मजलिस आयोजित की जाएगी। मजलिस को मौलाना सैयद बक़ी हसन जाफरी खिताब (संबोधित)करेंगे तथा करबला की दर्दनाक घटना पर प्रकाश डालेंगे।
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